वतन की कसम

vatan ki kasamयह उपन्यास उन क्रांतिकारियों को वेदप्रकाश शर्मा की श्रद्धांजलि है, जो हिंदुस्तान की आज़ादी के लिए अंग्रेजी हुकूमत से लोहा-लोहा लेते शहीद हो गए लेकिन हम आज उनकी वजह से आज़ादी की हवा में सांस ले रहे है ।

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