यह क़त्ल-ऐ-आम विकास ने किया था । पर क्यों ? हमें यकीन है कि इस उपन्यास को पड़ने के बाद आपके मुह से एक ही बात निकलेगी, यह की विकास ने जो किया ठीक किया । क़त्ल-ऐ-आम ही उस समस्या का हल था जो देश के सामने मुंह बाए खड़ी थी ।
Author: Ved Prakash Sharma
डायन
एक औरत के पति की मृत्यु हो गई । उसकी बुद्धि भ्रष्ट हुई तो पति को
जिन्दा करने क लिए दूसरों के बच्चों की बलि देने लगी । पर उसे मालूम नहीं था
कि किसी की आँखें सपनो में उसकी करतूते देख रही है । फिर सपने देखने वाले
और उस औरत क बीच जंग शुरू हुई, मगर ये तो सिर्फ बहन था, असली जंग
तो माता दुर्गा और डायन क बीच थी और जब माँ जगदम्बा अपने रौद्र रूप में आई
तो काली शक्तियों क चहेरे सफ़ेद पद गए ।