नसीब मेरा दुशमन

naseeb mera dushmanजुड़वा बच्चे पैदा हुए । एक अरबपति सेठ क यंहा बड़ा हुआ । दूसरा झोपडी पट्टी में । जो झोपडी पट्टी में पला उसे लगता था नसीब मेरा दुश्मन है क्यूंकि सेठ उसे गोद लेता तो आज वो वंहा होता जन्हा उसका जुड़वाँ भाई है । क्या वह दुरुस्त सोचता था कंही ऐसा तोह नहीं था कि नसीब उसके जुड़वाँ भाई का दुश्मन था ! अंततः क्या साबित हुआ ?

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