यह वृहद कथानक चौदह भाग में है । इसमें विजय, विकास, और अलफांसे के पूर्व जनम की कथा लिखी गए है । इतना लम्बा कथानक है ये कि पूरे १ साल तक वेद प्रकाश इसे ही लिखते रहे थे और जब चौदहवें भाग में अंत लिखा तो पाठक तब भी प्यासे रहे गए । पड़ने वालो का कहना था की कथानक जल्दी खत्म हो गया ।