एक ऐसी लड़की की कहानी जिसके जहँ में यह भर दिया गया था की वह सरस्वती का अवतार है, लक्ष्मी उसके पास कभी नहीं आएगी । उसने दौलत को ही आपने ईमान बना लिया और त्रासदी देखिये, वह दौलत के जितने नज़दीक पहुँचती, दौलत उससे चार कदम और दूर सरक जाती ।
वो बेक़सूर था लेकिन कानून उसके पीछे पड़ गया था । बच निकलने की वह जितनी कोशिश करता, उतनी ही ज्यादा गलतियां हो जातीं । जिसके पीछे कानून पड़ गया हो क्या वो बच सकता है !
वह गाँव का एक सीधा सादा और भोला भला नौजवान था । उसके घर में एक चोर घुस आया । दोनों में हाथापाई हुई और चोर मर गया । अब उसके सामने समस्या थी कि लाश कंहा छुपाऊँ क्यों की उसके सामने आने का मतलब था बेक़सूर नौजवान को फँसी हो जाना ।