ऐसे ऐसे जुल्म किये थे उसने की विजय विकास ने जब सुना तो एक ही कसम खाए । यह कि वे आज के रावण को किसी हालत में जिन्दा नहीं छोड़ेंगे लेकिन जब वो शख्स सामने आया तो दोनों के होश फाख्ता हो गए क्यूंकि वो, वो था जिसकी वो पूजा करते थे । क्या वे उस शख्स को उसके किये ki सजा दे सके ?
विजय क सामने अपने पिता यानि ठाकुर निर्भयसिंघ का ऐसा रूप आया जिसके सामने आने पर विजय की रगो मे दौड़ता खून मनो जम गया । वह सोच भी नहीं सकता था कि ठाकुर साहब अपने स्वार्थ क लिए मासूम लोगो का कत्ल तक कर सकते है ।
ट्रिक विश्व के ताजा हालात को दर्शाता सच्चा दस्तावेज है । इसमें आतंकी गतिविधियों
को रोकने उतरे विजय-विकास ग्रुप को पाकस्तानी जासूसों, नुसरत तुगलक से हुए टकराव को दर्शाया गया है ।
विजय-विकास देशद्रोहियों से बहुत टकराये हैं, लेकिन उनका सामना एक ऐसे
देशभक्त लड़के से था जिसकी रग रग में हिंदुस्तान बसा था । ऐसे लड़के को क्या सजा दे पाये वो !
फिरंगी-वो, जो भारत की सम्पदा को लूट रहा है ।
फिरंगी-वो, जो एक बार फिर हमें गुलाम बनाने आया है।
फिरंगी-वो, जो विजय, विकास, केशव पंडित और अल्फाँसे के
दिमागों में घुसकर उन्हें नचा रहा है।
गोरे अंग्रेजो ने तो भारत को लूटा सो लूटा लेकिन काले अंग्रेज
माँ भारती को बर्बाद करने पर तुले है परन्तु हिंदुस्तान के
विजय, विकास, अलफांसे, और केशव पंडित जैसे लाडले ऐसा नहीं होने देंगे
विदेशी दहशतगर्दो का खून-खराबा जब विकास की बर्दाश्त की सीमा से बहार हो गया
तो उसने उन दहशतगर्दो के आका को उसी के मुल्क में जाकर एक थप्पड़ मरने का एलान किय।